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E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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भारत में लाॅकडाउन का स्वरोजगार पर प्रभाव: एक विष्लेषणात्मक अध्ययन

Author(s) Mr. Param Singh, Prof. Dr. O.P. Singh
Country India
Abstract शोध सारांष-कोरोना महामारी के दौरान लगाए गये लाॅकडाउन में आर्थिक गतिविधियों के रूक जाने से रोजगार में लगे लोग तो प्रभावित हुए ही हैं, लेकिन स्वरोजगार में लगे लोग इस दौरान बुरी तरह प्रभावित हुए। भारत मे कोरोना संकट से उबरने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाआंे के माध्यम से सहायता पहुँचायी जा रही है। इस दौरान प्राथमिक क्षेत्र की अपेक्षा द्धितीयक एवं तृतीयक क्षेत्र में संगलग्न लोगों को कहीं अधिक नुकसान हुआ। स्वरोजगार में लगे लोगों को अपने उत्पादन कार्य को बन्द करना पड़ा जिसके परिणामस्वरूप वे अपनी दैनिक आवष्यकताओं को पूरा कर पाने में असमर्थ हो गये। प्रस्तुत अध्ययन में उत्त्तर प्रदेश राज्य के जनपद बुलन्दषहर में स्वरोजगार में संलग्न कुल 50 लोगों से साक्षात्कार प्रष्नावली के माध्यम से सूचनाएं एकत्र कर विष्लेषण किया गया है। विष्लेषण में पाया कि स्वरोजगार में संलग्न लोगों की आय में कमी होने के कारण बचत एवं सरकारी मदद के सहयोग से लाॅकडाउन के प्रभाव को सहन कर सके।
कोरोना के कारण लगे लाॅकडाउन का स्वरोजगार में लगे लोगों, छोटे-मोटे काम धंधे करके परिवार चलाने वाले लोगों को घर बैठना पड़ा, जिससे उनकी आमदनी का कोई श्रोत नहीं बचा। परिणामस्वरूप उनमें नकारात्मक भावनाएं हावी होने लगीं। इंडियन सोसाइटी आॅफ लेबर इकोनाॅमिक्स (आईएसएलई) के एक सर्वे से पता चला है कि कोरोना संकट का सर्वाधिक गंभीर प्रभाव जो वर्तमान में महसूस किया गया, वह है लोगों की नौकरियों का समाप्त होना तथा स्वरोजगार सम्बन्धि गतिविधियों का रूक जाना।
कोरोना महामारी के चलते लगी पाबंदियों की वजह से दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं की रफ्तार मंद पड़ चुकी है। कहा जा रहा है कि 1930 की महामंदी के बाद वैष्विक अर्थव्यवस्था के लिहाज से ये सबसे बुरा दौर रहा है। लाॅकडाउन के दौरान देष में स्वरोजगार से जुड़े तमाम लोग बेरोजगार हो गये। विदेषों से आयात-निर्यात बन्द होने से ना तो उद्योगों के लिए कच्चा माल मिल पाया और ना ही उनके द्वारा पहले से तैयार सामान के लिए कोई खरीददार। भारत में इससे पूर्व कभी लाॅकडाउन नहीं लगा था इसलिए आमजन आषंकाओं के साथ अपने भविष्य की चिंताओं से घिर गया, पूरे देष में कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार को लोकडाउन लगाना पड़ा जिससे रोजगार के साथ-साथ स्वरोजगार मे लगे लोगों की आमदनी के श्रोत बन्द हो गये।
Keywords भारत, लाॅकडाउन , स्वरोजगार, प्रभाव, विष्लेषणात्मक अध्ययन, कोरोना महामारी, महामंदी, अर्थव्यवस्था
Field Sociology > Economics
Published In Volume 7, Issue 2, March-April 2025
Published On 2025-04-08
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2025.v07i02.40959
Short DOI https://doi.org/g9fb9m

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