International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

A Widely Indexed Open Access Peer Reviewed Multidisciplinary Bi-monthly Scholarly International Journal

Call for Paper Volume 6 Issue 3 May-June 2024 Submit your research before last 3 days of June to publish your research paper in the issue of May-June.

राजस्थान के अलवर जिले में भूमि उपयोग के विविध आयामों का अध्ययन

Author(s) Nihal Singh Bairwa
Country India
Abstract अलवर जिला 27°3’ उत्तरी अक्षांष एवं 76°7’ से 77°17’ पूर्वी देषान्तरों के मध्य अवस्थित है इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 8380 वर्ग कि.मी. है। वर्तमान में अलवर जिले में 12 उपखण्ड 14 तहसीलें स्थित है। अलवर जिले के भूमि उपयोग के अन्तर्गत परिवर्तन की प्रकृति पायी गयी है, इसमे सुविधाओं एवं सकारात्मक कारकों ने वृद्धि को इंगित किया है। जिससे क्षेत्र की विशेष पहचान बनी है वही दूसरी और प्रतिकूल कारकों एवं नकारात्मक पहलूओं के कारण कमी भी हुई है। जिसे सुधारने की आवश्यकता है, इसमें विशेष रूप से वन क्षेत्रों में वृद्धि करना बहुत आवश्यक है। जिससे पर्यावरणीय सन्तुलन बना रहे साथ ही कृषि पर दबाव कम हो और वन आधारित उद्योगों का विकास भी आवश्यक है। इसी प्रकार कृषि योग्य भूमि के विभिन्न वर्गों को नियोजित करने की आवश्यकता है जिससे भूमि उत्पादन क्षमता बनी रहे तथा कृषि की गहनता को स्थिर रखते हुए कुषि भूमि को प्रबन्धन भी आवश्यक है। जिसमें कृषि एवं ग्रामीण रोजगार को विकसित करना आवश्यक है। जिससे अलवर जिले का सन्तुलित विकास हो सकता है।

शब्दकोश: भूमि उपयोग, प्रवृत्ति, प्रबन्धन, कृषि, प्रतिशत, कमी वृद्धि, फसले, तालिका।


प्रस्तावना:-
अलवर जिले में भूमि उपयोग की गत्यात्मकता रही है। यहां के भूमि उपयोग की परिवर्तनशील प्रवृत्ति में आधुनिक कृषि आदानों का प्रभाव रहा है अतः यहां भूमि उपयोग की गत्यात्मकता का अध्ययन करने का प्रयास रहा है। जिससे अलवर जिले के भूमि उपयोग के नियोजन एवं प्रबन्धन युक्त कर सर्वाधिक उपयोगी बनाने में सहयोग प्राप्त होगा। धरातल पर विद्यमान संसाधनों में मानव व भूमि संसाधन बहुत ही उपयोगी घटक है। यह समय की आवश्यकताओं एवं क्षमता के अनुसार परिवर्तनशील होते रहे है। भूमि संसाधन पर मानव अपनी समस्त आर्थिक क्रियाएँ सम्पन्न करता है। जिसमें भूमि उपयोग की व्यापकता रहती है, जिसमें कृषि फसलें एवं कृषि उत्पादन होता है, जो कृषि विकास को प्रभावित करते है, जिसमें कृषि भूमि में भूमि उपयोग नियोजन का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। यथा मनुष्य प्रत्यक्ष रूप से भूमि से जुड़ा और उसका सम्पूर्ण जीवन भू-उपज पर आश्रित है अतः इसके बदलते स्वरूप का आधार प्रवास को निधार्रित करता है।
Keywords भूमि उपयोग, प्रवृत्ति, प्रबन्धन, कृषि, प्रतिशत, कमी वृद्धि, फसले, तालिका।
Field Arts
Published In Volume 5, Issue 4, July-August 2023
Published On 2023-07-08
Cite This राजस्थान के अलवर जिले में भूमि उपयोग के विविध आयामों का अध्ययन - Nihal Singh Bairwa - IJFMR Volume 5, Issue 4, July-August 2023.

Share this