International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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सौरिया पहाड़िया जनजातीय समुदाय की आर्थिक समस्या का एक ऐतिहासिक विश्लेषण

Author(s) Dr.Sandeep kumar mandal
Country India
Abstract प्रस्तावना :- झारखंड भारत का एक प्रमुख जनजातीय बहुल राज्य है। झारखंड के कुल जनसंख्या का लगभग 26 प्रतिशत जनजाति समुदाय से संबंध रखते हैं, जो यहां की सामाजिक, सांस्कृतिक पहचान प्रदान करती है। संथाल, मुंडा, हो, उरांव, असुर, बीरहोर, माल पहाड़िया और सौरिया पहाड़िया जैसी अनेक जनजाति इस राज्य की मुख्य आत्मा है। यह जनजातीय की जीवन शैली जंगल पहाड़ और प्राकृतिक संसाधनों के साथ जुड़ा हुआ है। इस जनजातियों के सामाजिक जीवन में काफी परिवर्तन आया है, लेकिन सौरिया पहाड़िया जनजाति, शिक्षा, रोजगार, चिकित्सा आदि जैसे अनेक चुनौतियों से घिरा हुआ है। प्राप्त आंकड़ों से यह पता चलता है कि सौरिया पहाड़िया का निवास स्थान दुर्गम स्थान पर है। जिसके कारण विकास की मुख्य धारा से वंचित रहे हैं। अधिकांश सौरिया पहाड़िया लोगों का कहना था कि हमारे पास आय का कोई साधन नहीं है। कभी-कभी समय के अनुसार मजदूरी का कार्य मिल जाता है बाकी समय खाली ही रहना पड़ता है। आय का साधन नहीं होने के वजह से यह लोग शिक्षा चिकित्सा एवं अनेक मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित रह जाते हैं। कुछ सौरिया पहाड़िया लोगों का कहना था कि हमारा निवास स्थान शहर से कटे होने के वजह से राजनीतिक लोगों का ध्यान बहुत कम आकर्षित होता है। जिसके कारण हमारे समस्या को प्रमुखता से नहीं उठाया जाता है और ना ही हम लोगों के स्थिति पर विचार किया जाता है। हमारे पास बंजर भूमि है जहां पर पूरी तरह से कृषि करना संभव नहीं है, इसलिए कभी-कभी हम जैसे गरीब लोगों को खाद्य पदार्थ की कमी का सामना करना पड़ता है।
Keywords बंजर भूमि, जंगल मे निवास स्थान, कोयला खदान मे कार्य और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन
Published In Volume 7, Issue 3, May-June 2025
Published On 2025-06-30
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2025.v07i03.49753
Short DOI https://doi.org/g9r8b6

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