International Journal For Multidisciplinary Research

E-ISSN: 2582-2160     Impact Factor: 9.24

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मंत्र योग और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का समन्वय

Author(s) Ms. Neetu kumari Kumari, Prof. Dr. Neelima pathak Kumari
Country India
Abstract वर्तमान शोध पत्र में "मंत्र योग और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का समन्वय" पर प्रभाव का पता लगाया गया है। मंत्र योग प्राचीन भारतीय परंपरा का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो ध्वनि तरंगों और कंपन के माध्यम से मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी ध्वनि चिकित्सा, न्यूरोसाइंस और साइकोथेरेपी जैसे क्षेत्रों में मंत्रों के प्रभाव की वैज्ञानिक व्याख्या करने का प्रयास कर रहा है।
मंत्रों का उच्चारण मस्तिष्क की तरंगों, हृदय की धड़कन, रक्तचाप और हार्मोन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। विशेष रूप से, मंत्रों का जप न्यूरोप्लास्टिसिटी, डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के स्राव को प्रभावित कर सकता है, जिससे चिंता, अवसाद और अनिद्रा जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में मंत्र योग का उपयोग ध्यान, संगीत चिकित्सा और कम्पन चिकित्सा (Vibration Therapy) के रूप में किया जा रहा है। विभिन्न अध्ययनों ने यह सिद्ध किया है कि नियमित मंत्र साधना मानसिक स्पष्टता, तंत्रिका तंत्र की स्थिरता और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक हो सकती है।
इस शोध पत्र में मंत्र योग के सिद्धांतों और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के बीच संबंधों का विस्तृत अध्ययन प्रस्तुत किया गया है। इसमें यह भी विश्लेषण किया गया है कि कैसे दोनों विधाएँ मिलकर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकती हैं। मंत्र योग और चिकित्सा विज्ञान का यह समन्वय एक समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण (Holistic Health Approach) को बढ़ावा देता है, जिससे व्यक्ति का संपूर्ण कल्याण संभव हो सकता है।
Keywords मंत्र योग, आधुनिकता, चिकित्सा,विज्ञान
Field Biology > Medical / Physiology
Published In Volume 7, Issue 3, May-June 2025
Published On 2025-06-15
DOI https://doi.org/10.36948/ijfmr.2025.v07i03.46948
Short DOI https://doi.org/g9qp44

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